नई दिल्ली महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि भाजपा राज्य में सबसे बड़ी पाटा क तार पर उभरन के बावजूद सत्ता म नहीं आ र क्योकि राजनीतिक गुणागणित योग्यता पर भारी पडा। चनाव से पहले फडणवीस दारा लिा गए नारे मैं वापस लौटूंगा पर तंज कसने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि उन्होंने ऐसा कहा, लेकिन इसके लिए समय देना भूल गए थे। उन्होंने कहा, ...आपको कुछ समय इंतजार करना होगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि कांग्रेस और राकांपा के साथ सरकार बनाने के बावजूद शिवसेना हिंदुत्व की विचारधारा से नहीं हटेगी। विधानसभा में उद्धव ने कहा- शिवसेना और हिंदुत्वको एक- दुसरे से अलग नहीं किया जा सकताउन्होंने कहा, मैं अब भी हिंदुत्व की विचारधारा के साथ हूं और इससे कभी नहीं हटूंगाउन्होंने विपक्ष के नेता चुने गए पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तारीफ करते हुए उन्हें जिम्मेदार नेता और अच्छा दोस्त बताया। फडणवीस ने कहा था कि कांग्रेस और राकांपा के साथ आने के लिए शिवसेना ने अपनी विचारधारा से समझौता किया है। इससे पहले कांग्रेस के नाना पटोले विधानसभा के निर्विरोध स्पीकर चुने गए। उद्धव उन्हें स्पीकर की चेयर तक लेकर गए। सीएम ने कहा कि नाना पटोले किसान परिवार से आते हैं। उम्मीद है कि वह सबके साथ न्याय करेंगे। भाजपा ने शनिवार को किशन कठोरे को स्पीकर पद के लिए नामित किया था। लेकिन रविवार को सर्वदलीय बैठक के बाद पार्टी ने उम्मीदवारी वापस ले ली। फडणवीस ने कहा कि हमने सर्वदलीय बैठक में दूसरे दलों की अपील पर कठोरे का नाम वापस लिया, क्योंकि महाराष्ट्र में निर्विरोध स्पीकर चुनने की परंपरा रही है। मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा, मैं हिंदुत्व विचारधारा के साथ हूं और इसे कभी नहीं छोडूंगा। सबसे भाग्यशाली मुख्यमंत्री हूं, क्योंकि मेरा विरोध करने वाले अब सरकार के साथ हैं और जो पहले साथ थे, अब वे विपक्ष में हैं।